मंगलवार, 1 अप्रैल 2008

वर्षा जल को अधिकाधिक संरक्षित करें - गरासिया

उदयपुर, जनसंख्या में हो रही उत्तरोत्तर वृद्धि के कारण प्रति व्यक्ति पानी की उपलब्धता में हो रही कमी को देखते हुए वर्षा जल के एक - एक बूंद का महत्व समझ कर संरक्षण एवं सदुपयोग किया जाना आवश्यक है।
ये विचार पंचायत समिति स्तरीय जल मेला के उद्घाटन अवसर पर गोगुन्दा विधायक मांगीलाल गरासिया ने गोगुन्दा मुख्यालय पर आयोजित जल मेले में बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किये। उन्होने कहा कि पानी के संरक्षण एवं सदुपयोग करने के लिए जन सामान्य को जागरूक करने एवं प्रेरित करने का यह एक अच्छा प्रयास है। गरासिया ने जल संरक्षण हेतु ग्रामीण क्षैत्रों में जल ग्रहण सिद्धान्त को अपनाने, विकसित नवीनतम तकनिक एवं भूजल पुनर्भरण की विभिन्न विधियों को अपनाने पर जोर दिया।
कार्यक्रम के संयोजक एवं जल मेला के प्रभारी अधिकारी एवं विकास अधिकारी आर.के. अग्रवाल ने जल मेलो के उद्देश्यों एवं उपयोगित पर प्रकाश डालते हुए आगन्तुकों का स्वागत किया तथा जल के दक्षतपूर्ण अनुकूलतम उपयोग की अपील करते हुए जल के संरक्षण का आह्वान किया, उन्होंने ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा कि ‘‘कूड का पीन कूड में, खेत का पानी खेत मे गांव का पानी गांव में‘‘ के सिद्धान्त को समझना और अपनाना होगा ताकि वर्षा जल के एक एक बूंद को गांव में ही रोक कर पुनः उपयोग किया जा सके।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए गोगुन्दा तहसीलदार कन्हैयालाल मीणा ने जल संसाधनों के रख-रखाव एवं स्वच्छ रखने की आवश्यकता प्रतिपादित की।
कार्यक्रम में समाजसेवी हरि सिंह झाला, सहायक अभियंता जलदाय विभाग, सिंचाई विभाग, पंचायत समिति तथा महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी ने भी विचार व्यक्त करते हुए जल के संरक्षण की जानकारी दी।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में मुख्य अतिथि द्वारा महाराणा प्रताप के तस्वीर के सम्मुख दीप प्रज्वलन एवं माल्यार्पण कर जल मेले को आगाज किया। इस अवसर पर पंचायत समिति के जल ग्रहण प्रकोष्ठ, पशुपालन विभाग, कृषि उद्यान एवं बीज निगम, भूजल विभाग, जन स्वास्थ्य अभियान्त्रिकी, जल संसाधान विभाग द्वारा प्रदर्शनियों का आयोजन किया जाकर पोस्टर, पेम्प्लेट्स, व स्लोगन के माध्यम से जल संरक्षण एवं जल के अनुकूलतम उपयोग का संदेश पहुंचाया गया।
कार्यक्रम में स्थानीय बगडून्दा के नन्द लाल एवं पार्टी द्वारा ‘‘जल ही जीवन है रे भाया, अलख जगावा में आया‘‘ तथा ’’बतका बैठती पाणी में वटे भूतालिया उडे‘‘ जसे रंगारग कार्यक्रम में जल मेले की फिजाँ में चार चांद लगा दिये। इस अवसर पर छाली के पूर्व सरपंच रामसिंह तथा क्षैत्र के विभिन्न पंचायतों के सरपंच, पंचायत समिति सदस्य तथा जिला परिषद् सदस्य उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन पंचायत समिति के कार्यवाहक प्रगति प्रसार अधिकारी अनील रावल ने किया।

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