रविवार, 20 अप्रैल 2008

भूमिगत पानी जहरीला बना रहे हैं ये कारखाने

आईबीएन-7
पानी हमारी बुनियादी जरूरत है जिसके बिना जिंदगी मुमकिन ही नही है। इतनी जरुरी चीज होने के बवजूद आज लोग इसकी अहमियत नही समझ रहे है। और इसी वजह से पानी के स्रोत या तो खत्म होते जा रहे है या प्रदूषित होते जा रहे है। गाजियाबाद में भी उद्योगो की वजह से भूमिगत पानी प्रदूषित हो रहा है।

पेश है गाजियाबाद से सिटीजन जर्नलिस्ट अभिनव सचदेवा की एक रिपोर्ट

गाजियाबाद एक उभरता हुआ औद्योगिक केन्द्र है। यहां छोटी बड़ी कई फैक्ट्रियां है। इन फैक्ट्रियों मे सामान बनाने के लिए कई तरह के कैमिकल का इस्तेमाल होता है। नियमों के अनुसार ये फैक्ट्रियां कैमिकल को भूमीगत पानी में बिना ट्रीट किए नही मिला सकती। लेकिन कई कम्पनियां कैमिकल मिला पानी जमीन में उतार रही है। और इसका नतीजा ये हो रहा है कि पानी प्रदुषित हो रहा है। गाजियाबाद के कई लोग भूमिगत पानी पर निर्भर हैं। नगर निगम भी यही प्रदूषित पानी पीने के लिए कई जगह सप्लाई करती है। लोग इस प्रदूषित पानी को पीने के लिए मजबूर हैं। इससे लोगो को बीमारियां हो रही है और वो परेशान हो रहे है। भूमिगत पानी के प्रदुषण को देखते हुए नगर निगम ने अपने कई नलकूपों के बाहर लिखा दिया है कि पानी पीने योग्य नही है। आपको ऐसा कई जगह लिखा दिख जाएगा। भूमिगत पानी के प्रदूषण की समस्या गाजियाबाद के लोहिया नगर, लाल क्वाटर, पीला क्वाटर, बनवारी नगर, पटेल नगर में काफी ज्यादा है। यहां के पानी में मौजूद कैमिकल की मात्रा जानने के लिए हमने पानी के सैम्पल की जांच लैबोलेटरी में कराई है। रिपोर्ट के मुताबिक पानी में क्रोमियम की मात्रा नोर्मल से कही ज्यादा है। यहां का भूमिगत पानी ना तो पीने योग्य है और ना ही किसी और काम में इस्तेमाल करने के लायक।

कैमिकल मिले इस प्रदूषित पानी से कोई भी बीमार हो सकता है। अभिनेव ने बताया कि उनके परीवार में इस पानी के इस्तेमाल के बाद उनके भाई को स्टोन की प्रोबलम हो गई। पिताजी को इसी पानी से युरीनरी इन्फैक्शन हुआ और महीने भर वो बेड पर रहे। यहां के लोगो ने कई बार इस भूमिगत पानी के प्रदुषण की समस्या को निपटाने के लिए अधिकारियों को कहा है। लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नही हुई है। गाजियाबाद में जिस तरह से भूमिगत पानी के प्रदूषण की समस्या बढ़ रहा है उसे देख कर लगता है कि अगर जल्द ही इसे नही रोका गया तो पूरा शहर इस की चपेट में आ जाएगा।
साभार - http://www.josh18.com/showstory.php?id=175381

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